दोस्त Poetry (page 22)

कुछ बस ही न था वर्ना ये इल्ज़ाम न लेते

फ़ानी बदायुनी

हर घड़ी इंक़लाब में गुज़री

फ़ानी बदायुनी

दिल की तरफ़ हिजाब-ए-तकल्लुफ़ उठा के देख

फ़ानी बदायुनी

दैर में या हरम में गुज़रेगी

फ़ानी बदायुनी

ऐ मौत तुझ पे उम्र-ए-अबद का मदार है

फ़ानी बदायुनी

सहता रहा जफ़ा-ए-दोस्त कहता रहा अदा-ए-दोस्त

फ़ना निज़ामी कानपुरी

कोई समझेगा क्या राज़-ए-गुलशन

फ़ना निज़ामी कानपुरी

हुस्न का एक आह ने चेहरा निढाल कर दिया

फ़ना निज़ामी कानपुरी

डूबने वाले की मय्यत पर लाखों रोने वाले हैं

फ़ना निज़ामी कानपुरी

तेरे दर से न उठा हूँ न उठूँगा ऐ दोस्त

फ़ना बुलंदशहरी

जब तक मिरी निगाह में तेरा जमाल है

फ़ना बुलंदशहरी

है वज्ह कोई ख़ास मिरी आँख जो नम है

फ़ना बुलंदशहरी

घर से तुम्हारी दी हुई चीज़ें निकाल दें

फख़्र अब्बास

तपता सूरज शाम को ढल जाएगा

फ़ैज़ी सम्बलपुरी

गुलों के चेहरा-ए-रंगीं पे वो निखार नहीं

फ़ैज़ी निज़ाम पुरी

बहुत सा काम तो पहले ही कर लिया मैं ने

फ़ैज़ान हाशमी

जब तक मिज़ाज-ए-दोस्त में कुछ बरहमी रही

फ़ैज़ुल हसन

ज़ेर-ए-लब है अभी तबस्सुम-ए-दोस्त

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

'सज्जाद-ज़हीर' के नाम

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मिरे हमदम मिरे दोस्त!

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

जरस-ए-गुल की सदा

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

इश्क़ मिन्नत-कश-ए-क़रार नहीं

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

ताक़त के सारे ज़ोर को ख़ामोश कर दिया

फ़ैय्याज़ रश्क़

अब वो तितली है न वो उम्र तआ'क़ुब वाली

फ़ैसल अजमी

उस ने देखा जो मुझे आलम-ए-हैरानी में

फ़ैसल अजमी

तेरी आँखें न रहीं आईना-ख़ाना मिरे दोस्त

फ़ैसल अजमी

तिफ़्लाँ की तो कुछ तक़्सीर न थी

फ़हमीदा रियाज़

इस गली के मोड़ पर

फ़हमीदा रियाज़

जागीर अगर बहुत न मिली हम कूँ ग़म नहीं

फ़ाएज़ देहलवी

दर्स-ए-आराम मेरे ज़ौक़-ए-सफ़र ने न दिया

एज़ाज़ अफ़ज़ल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.