नाम Poetry (page 44)

हम इश्क़ सिवा कम हैं किसी नाम से वाक़िफ़

हसरत अज़ीमाबादी

अज़ीज़ो तुम न कुछ उस को कहो हुआ सो हुआ

हसरत अज़ीमाबादी

अब तुझ से फिरा ये दिल-ए-नाकाम हमारा

हसरत अज़ीमाबादी

महफ़िल में लोग चौंक पड़े मेरे नाम पर

हाशिम रज़ा जलालपुरी

ज़िंदगी क्या यूँही नाशाद करेगी मुझ को

हाशिम रज़ा जलालपुरी

तुम चुप रहे पयाम-ए-मोहब्बत यही तो है

हाशिम रज़ा जलालपुरी

तू नहीं है तो तिरे हमनाम से रिश्ता रक्खा

हाशिम रज़ा जलालपुरी

दिल-मोहल्ला ग़ुलाम हो जाए

हाशिम रज़ा जलालपुरी

बड़े हिसाब से इज़्ज़त बचानी पड़ती है

हसीब सोज़

अमीर-ए-शहर से मिल कर सज़ाएँ मिलती हैं

हसीब सोज़

कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना

हसन रिज़वी

मोहब्बत का अजब ज़ाविया है

हसन रिज़वी

कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना

हसन रिज़वी

कभी आबाद करता है कभी बरबाद करता है

हसन रिज़वी

इस दर्जा मेरी ज़ात से उस को हसद हुआ

हसन रिज़वी

जुरअत कहाँ कि अपना पता तक बता सकूँ

हसन नईम

ऐ सबा मैं भी था आशुफ़्ता-सरों में यकता

हसन नईम

आ बसे कितने नए लोग मकान-ए-जाँ में

हसन नईम

रात गुज़री कि शब-ए-वस्ल का पैग़ाम मिला

हसन नईम

लुत्फ़-ए-आग़ाज़ मिला लज़्ज़त-ए-अंजाम के बा'द

हसन नईम

ख़्वाब ठहरा सर-ए-मंज़िल न तह-ए-बाम कभी

हसन नईम

ख़्वाब की राह में आए न दर-ओ-बाम कभी

हसन नईम

ख़ैर से दिल को तिरी याद से कुछ काम तो है

हसन नईम

इश्क़ के बाब में किरदार हूँ दीवाने का

हसन नईम

गया वो ख़्वाब-ए-हक़ीक़त को रू-ब-रू कर के

हसन नईम

एक भी हर्फ़ न था ख़ुश-ख़बरी का लिक्खा

हसन नईम

आइने से न डरो अपना सरापा देखो

हसन नज्मी सिकन्दरपुरी

जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए

हसन बरेलवी

जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए

हसन बरेलवी

फ़िक्र-ए-मंज़िल है न नाम-ए-रहनुमा लेते हैं हम

हसन अज़ीमाबादी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.