रात Poetry (page 106)

जाने क़लम की आँख में किस का ज़ुहूर था

अब्दुल अहद साज़

हद-ए-उफ़ुक़ पर सारा कुछ वीरान उभरता आता है

अब्दुल अहद साज़

रात को जब याद आए तेरी ख़ुशबू-ए-क़बा

अब्बास ताबिश

अधूरी नज़्म

अब्बास ताबिश

यूँ तो शीराज़ा-ए-जाँ कर के बहम उठते हैं

अब्बास ताबिश

टूट जाने में खिलौनों की तरह होता है

अब्बास ताबिश

तिलिस्म-ए-ख़्वाब से मेरा बदन पत्थर नहीं होता

अब्बास ताबिश

शायद किसी बला का था साया दरख़्त पर

अब्बास ताबिश

शजर समझ के मिरा एहतिराम करते हैं

अब्बास ताबिश

पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है

अब्बास ताबिश

मिरे बदन में लहू का कटाव ऐसा था

अब्बास ताबिश

मह-रुख़ जो घरों से कभी बाहर निकल आए

अब्बास ताबिश

हर-चंद तिरी याद जुनूँ-ख़ेज़ बहुत है

अब्बास ताबिश

चश्म-ए-नम-दीदा सही ख़ित्ता-ए-शादाब मिरा

अब्बास ताबिश

चराग़-ए-सुब्ह जला कोई ना-शनासी में

अब्बास ताबिश

बचपन का दौर अहद-ए-जवानी में खो गया

अब्बास ताबिश

अब परिंदों की यहाँ नक़्ल-ए-मकानी कम है

अब्बास ताबिश

जिस को हम समझते थे उम्र भर का रिश्ता है

अब्बास रिज़वी

लम्हा-दर-लम्हा तिरी राह तका करती है

अब्बास क़मर

उस की वफ़ा न मेरी वफ़ा का सवाल था

अब्बास दाना

कोई सुबूत-ए-जुर्म जगह पर नहीं मिला

अब्बास दाना

ज़मीन उन के लिए फूल खिलाती है

अब्बास अतहर

अपने अपने सूराख़ों का डर

अब्बास अतहर

सुबू उठा मिरे साक़ी कि रात जाती है

आज़िम कोहली

तुम्हें गिला ही सही हम तमाशा करते हैं

आतिफ़ कमाल राना

बहार-ए-ज़ख़्म-ए-लब-ए-आतिशीं हुई मुझ से

आतिफ़ कमाल राना

फिर किसी हादसे का दर खोले

अस्नाथ कंवल

काग़ज़ क़लम दवात के अंदर रुक जाता है

अस्नाथ कंवल

क़फ़स-नसीबों का उफ़ हाल-ए-ज़ार क्या होगा

आसी रामनगरी

दिल की दहलीज़ सूनी सूनी है

आसी रामनगरी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.