तबीयत Poetry (page 6)

एक दुनिया की कशिश है जो इधर खींचती है

इरफ़ान सत्तार

हम बाग़-ए-तमन्ना में दिन अपने गुज़ार आए

इरम लखनवी

उस आइने में देखना हैरत भी आएगी

इक़बाल साजिद

इक तबीअत थी सो वो भी ला-उबाली हो गई

इक़बाल साजिद

शहपारा-ए-अदब हो अगर वारदात-ए-दिल

इक़बाल माहिर

अभी मिरा आफ़्ताब उफ़ुक़ की हुदूद से आश्ना नहीं है

इक़बाल कौसर

आँखों को इंतिशार है दिल बे-क़रार है

इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल

पुर्सिश-ए-हाल की फ़ुर्सत तुम्हें मुमकिन है न हो

इक़बाल अज़ीम

ठहरी ठहरी सी तबीअत में रवानी आई

इक़बाल अशहर

ठहरी ठहरी सी तबीअत में रवानी आई

इक़बाल अशहर

ये किस से चाँदनी में हम ब-ज़ेर-ए-आसमाँ लिपटे

इंशा अल्लाह ख़ान

गली से तेरी जो टुक हो के आदमी निकले

इंशा अल्लाह ख़ान

बात दिल को मिरे लगी नहीं है

इमरान आमी

क्यूँ देखिए न हुस्न-ए-ख़ुदा-दाद की तरफ़

इम्दाद इमाम असर

मैं उस बुत का वस्ल ऐ ख़ुदा चाहता हूँ

इमदाद अली बहर

मैं गिला तुम से करूँ ऐ यार किस किस बात का

इमदाद अली बहर

जल्वा-ए-अर्बाब-ए-दुनिया देखिए

इमदाद अली बहर

ग़ज़ब है देखने में अच्छी सूरत आ ही जाती है

इमदाद अली बहर

बुतो ख़ुदा पे न रक्खो मोआ'मला दिल का

इमदाद अली बहर

बोलिए करता हूँ मिन्नत आप की

इमदाद अली बहर

अंदाज़-ए-सितम उन का निहायत ही अलग है

इफ़्तिख़ार राग़िब

चूमता पानी, पानी पानी

इफ़्तेख़ार जालिब

सुन सुन के चुप हैं ताना-ए-अग़्यार क्या करें

इफ़तिख़ार अहमद फख्र

माहौल से जैसे कि घुटन होने लगी है

हुसैन ताज रिज़वी

है मेरे गिर्द यक़ीनन कहीं हिसार सा कुछ

हुसैन ताज रिज़वी

दिन रात तुम्हारी यादों से हम ज़ख़्म सँवारा करते हैं

हिदायतुल्लाह ख़ान शम्सी

हम 'मेहर' मोहब्बत से बहुत तंग हैं अब तो

हातिम अली मेहर

हम से किनारा क्यूँ है तिरे मुब्तला हैं हम

हातिम अली मेहर

है मश्क़-ए-सुख़न जारी चक्की की मशक़्क़त भी

हसरत मोहानी

है मश्क़-ए-सुख़न जारी चक्की की मशक़्क़त भी

हसरत मोहानी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.