यार Poetry (page 25)

ग़ैरों का उस तरफ़ से गुज़ारा न जाएगा

रज़ा अज़ीमाबादी

अब्र के बिन देखे हरगिज़ ख़ुश दिल-ए-मस्ताँ न हो

रज़ा अज़ीमाबादी

ज़हर-ए-चश्म-ए-साक़ी में कुछ अजीब मस्ती है

रविश सिद्दीक़ी

उन के जाने से ये दिल में हुई सूरत पैदा

रौनक़ टोंकवी

क्या देखते हैं आप झिजक कर शराब में

रौनक़ टोंकवी

हम उन को हाल-ए-दिल अपना सुनाए जाते हैं

रौनक़ टोंकवी

हम हैं हुशियार क्या इरादा है

रौनक़ टोंकवी

है ज़ेर-ए-ज़मीं साया तो बाला-ए-ज़मीं धूप

रौनक़ टोंकवी

दिन को हाँ कह दिया तो रात नहीं

रौनक़ टोंकवी

आलम में न कुछ कसरत-ए-अनवार को देखें

रौनक़ टोंकवी

इन आँखों में बसा कोई ज़ोहरा-जबीं है अब

रऊफ़ यासीन जलाली

आज़ार-ए-दिल से रंग-ए-तबीअ'त बदल गया

रऊफ़ यासीन जलाली

बहुत ख़ूबियाँ हैं हवस-कार दिल में

रउफ़ रज़ा

कोई भी ज़ोर ख़रीदार पर नहीं चलता

रऊफ़ ख़ैर

अब इस से पहले कि तन मन लहू लहू हो जाए

रऊफ़ ख़ैर

मौजों ने हाथ दे के उभारा कभी कभी

रतन पंडोरवी

घर से निकल के आए हैं बाज़ार के लिए

रसूल साक़ी

शैख़-ए-हरम उस बुत का परस्तार हुआ है

रासिख़ अज़ीमाबादी

दिल ज़ुल्फ़-ए-बुताँ में है गिरफ़्तार हमारा

रासिख़ अज़ीमाबादी

ये मोहब्बत का वार है साहब

राशिद क़य्यूम अनसर

लोग कि जिन को था बहुत ज़ोम-ए-वजूद शहर में

राशिद मुफ़्ती

ये न सोचा था कड़ी धूप से रिश्ता भी तो है

राशिद अनवर राशिद

तुझ से वहशत में भी ग़ाफ़िल कब तिरा दीवाना था

रशीद रामपुरी

मुफ़्त दुश्नाम-ए-यार सुनते हैं

रशीद रामपुरी

हैं बे-नियाज़-ए-ख़ल्क़ तिरा दर है और हम

रशीद रामपुरी

छुट गए हम जो असीर-ए-ग़म-ए-हिज्राँ हो कर

रशीद रामपुरी

ये ज़ाविया सूरज का बदल जाएगा साईं

रशीद क़ैसरानी

राज़ उल्फ़त के अयाँ रात को सारे होते

रशीद लखनवी

जोश-ए-वहशत मेरे तलवों को ये ईज़ा भी सही

रशीद लखनवी

जो मुझे मर्ग़ूब हो वो सोगवारी चाहिए

रशीद लखनवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.