हुआ Poetry (page 235)

अफ़्साना चाहते थे वो अफ़्साना बन गया

अब्दुल हमीद अदम

अब दो-आलम से सदा-ए-साज़ आती है मुझे

अब्दुल हमीद अदम

आता है कौन दर्द के मारों के शहर में

अब्दुल हमीद अदम

एक मिश्अल थी बुझा दी उस ने

अब्दुल हमीद

कितनी महबूब थी ज़िंदगी कुछ नहीं कुछ नहीं

अब्दुल हमीद

किसी का क़हर किसी की दुआ मिले तो सही

अब्दुल हमीद

किसी दश्त ओ दर से गुज़रना भी क्या

अब्दुल हमीद

एक मिश्अल थी बुझा दी उस ने

अब्दुल हमीद

अजीब शय है कि सूरत बदलती जाती है

अब्दुल हमीद

सज्दे के हर निशाँ पे है ख़ूँ सा जमा हुआ

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

खड़ा हुआ हूँ सर-ए-राह मुंतज़िर कब से

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

इस तिलिस्म-ए-रोज़-ओ-शब से तो कभी निकलो ज़रा

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

होंकते दश्त में इक ग़म का समुंदर देखो

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

गर्द-ए-फ़िराक़ ग़ाज़ा कश-ए-आइना न हो

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

बहार बन के ख़िज़ाँ को न यूँ दिलासा दे

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी

मस्जिद में गर गुज़र न हुआ दैर ही सही

अब्दुल ग़फ़ूर नस्साख़

क़ुर्ब नस नस में आग भरता है

अब्दुल अज़ीज़ ख़ालिद

हों क्यूँ न मुन्कशिफ़ असरार पस्त-ओ-बाला के

अब्दुल अज़ीज़ ख़ालिद

मिरी मैं जश्न-ए-शब-ए-मुनव्वर

अब्दुल अज़ीज़ फ़ितरत

ख़ामोश कली सारे गुलिस्ताँ की ज़बाँ है

अब्दुल अज़ीज़ फ़ितरत

अपनी हस्ती से था ख़ुद मैं बद-गुमाँ कल रात को

अब्दुल अलीम आसि

जीतने मारका-ए-दिल वो लगातार गया

अब्दुल अहद साज़

आई हवा न रास जो सायों के शहर की

अब्दुल अहद साज़

ज़र्फ़

अब्दुल अहद साज़

फीकी ज़र्द दोपहर

अब्दुल अहद साज़

पस-ए-तक़रीब-ए-मुलाक़ात

अब्दुल अहद साज़

ईद उस परी-वश की

अब्दुल अहद साज़

दिल-दही

अब्दुल अहद साज़

दम-ए-वापसीं

अब्दुल अहद साज़

औज-बिन-उनुक़

अब्दुल अहद साज़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.