प्रेम Poetry (page 45)

नुक्ता यही अज़ल से पढ़ाया गया हमें

राना आमिर लियाक़त

ख़ुदा का शुक्र कि आहट से ख़्वाब टूट गया

राना आमिर लियाक़त

हज़ार रस्ते तिरे हिज्र के इलाज के हैं

राना आमिर लियाक़त

तू कोई ख़्वाब नहीं जिस से किनारा कर लें

राना आमिर लियाक़त

कार-ए-जुनूँ की हालतें, कार-ए-ख़ुदा ख़याल कर

राना आमिर लियाक़त

जीत और हार का इम्कान कहाँ देखते हैं

राना आमिर लियाक़त

होता है मेहरबान कहाँ पर ख़ुदा-ए-इश्क़

राना आमिर लियाक़त

एक तू, एक आशिक़ी मेरी

राना आमिर लियाक़त

इक तस्वीर पिया की उभरी मंज़र से

राना आमिर लियाक़त

दिलों में ख़ौफ़ के चूल्हे की आग ठंडी हो

राना आमिर लियाक़त

अब ऐसे दश्त-मिज़ाजों से दूर घर लिया जाए

राना आमिर लियाक़त

जब उन के पा-ए-नाज़ की ठोकर में आएगा

रम्ज़ आफ़ाक़ी

घर है तिरा तू शौक़ से आने के लिए आ

रम्ज़ आफ़ाक़ी

इक नशा सा ज़ेहन पर छाने लगा

रमेश कँवल

फिर भीग चलीं आँखें चलने लगी पुर्वाई

राम कृष्ण मुज़्तर

मसअला ये भी ब-फ़ैज़-ए-इश्क़ आसाँ हो गया

राम कृष्ण मुज़्तर

दिल-ओ-नज़र में न पैदा हुई शकेबाई

राम कृष्ण मुज़्तर

दर्द-ए-हयात-ए-इश्क़ है नग़्मा-ए-जाँ-गुदाज़ में

राम कृष्ण मुज़्तर

बे-दीन हुए ईमान दिया हम इश्क़ में सब कुछ खो बैठे

राम अवतार गुप्ता मुज़्तर

चराग़ बुझने लगे और छाई तारीकी

राकिब मुख़्तार

अना से देखो कितना भर गए हैं

रजनीश सचन

शौक़ की हद को अभी पार किया जाना है

राजेश रेड्डी

आ जाना

राजेन्द्र नाथ रहबर

महताब नहीं निकला सितारे नहीं निकले

राजेन्द्र नाथ रहबर

बे-वफ़ाओं को वफ़ाओं का ख़ुदा हम ने कहा

राजेन्द्र नाथ रहबर

लाज़िम है सोज़-ए-इश्क़ का शो'ला अयाँ न हो

रजब अली बेग सुरूर

यूँ जो ढूँडो तो यहाँ शहर में अन्क़ा निकले

रजब अली बेग सुरूर

मरीज़-ए-हिज्र को सेहत से अब तो काम नहीं

रजब अली बेग सुरूर

लाज़िम है सोज़-ए-इश्क़ का शोला अयाँ न हो

रजब अली बेग सुरूर

अभी से मत कहो दिल का ख़लल जावे तो बेहतर है

रजब अली बेग सुरूर

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.