एक दिन नक़्श-ए-क़दम पर मिरे बन जाएगी राह
एक दिन नक़्श-ए-क़दम पर मिरे बन जाएगी राह
आज सहरा में तो तन्हा हूँ कहीं कोई नहीं
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आज सहरा में तो तन्हा हूँ कहीं कोई नहीं
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