अच्छा Poetry (page 13)

रात उस के सामने मेरे सिवा भी मैं ही था

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

बारूद के बदले हाथों में आ जाए किताब तो अच्छा हो

ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर

हो जुदा ऐ चारा-गर है मुझ को आज़ार-ए-फ़िराक़

ग़ुलाम मौला क़लक़

उन के देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक़

ग़ालिब

हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन

ग़ालिब

होगा कोई ऐसा भी कि 'ग़ालिब' को न जाने

ग़ालिब

'ग़ालिब' बुरा न मान जो वाइज़ बुरा कहे

ग़ालिब

गर किया नासेह ने हम को क़ैद अच्छा यूँ सही

ग़ालिब

देखिए पाते हैं उश्शाक़ बुतों से क्या फ़ैज़

ग़ालिब

दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ

ग़ालिब

बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाह

ग़ालिब

और बाज़ार से ले आए अगर टूट गया

ग़ालिब

क़फ़स में हूँ गर अच्छा भी न जानें मेरे शेवन को

ग़ालिब

माना-ए-दश्त-नवर्दी कोई तदबीर नहीं

ग़ालिब

लाज़िम था कि देखो मिरा रस्ता कोई दिन और

ग़ालिब

हुज़ूर-ए-शाह में अहल-ए-सुख़न की आज़माइश है

ग़ालिब

हुस्न-ए-मह गरचे ब-हंगाम-ए-कमाल अच्छा है

ग़ालिब

हम रश्क को अपने भी गवारा नहीं करते

ग़ालिब

ग़म खाने में बूदा दिल-ए-नाकाम बहुत है

ग़ालिब

दोस्त ग़म-ख़्वारी में मेरी सई फ़रमावेंगे क्या

ग़ालिब

दर-ख़ूर-ए-क़हर-ओ-ग़ज़ब जब कोई हम सा न हुआ

ग़ालिब

दर्द मिन्नत-कश-ए-दवा न हुआ

ग़ालिब

चाहिए अच्छों को जितना चाहिए

ग़ालिब

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है दुनिया मिरे आगे

ग़ालिब

आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे

ग़ालिब

नदी

गीताञ्जलि राय

ज़िंदगी से उम्र-भर तक चलने का वादा किया

गौतम राजऋषि

दिल तमाम आईने तीरा कौन रौशन कौन

गौहर होशियारपुरी

आइए ऐ जान-ए-आलम आइए

गौहर बेगम गौहर

फैमली-प्लैनिंग

फ़ुर्क़त काकोरवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.