बाहर Poetry (page 17)

अक्स की कहानी का इक़्तिबास हम ही थे

ग़ालिब इरफ़ान

जज़्बा-ए-बे-इख़्तियार-ए-शौक़ देखा चाहिए

ग़ालिब

धोता हूँ जब मैं पीने को उस सीम-तन के पाँव

ग़ालिब

ओहदे से मद्ह-ए-नाज़ के बाहर न आ सका

ग़ालिब

नक़्श फ़रियादी है किस की शोख़ी-ए-तहरीर का

ग़ालिब

नफ़स न अंजुमन-ए-आरज़ू से बाहर खींच

ग़ालिब

धोता हूँ जब मैं पीने को उस सीम-तन के पाँव

ग़ालिब

घर से बाहर नहीं निकला जाता

फ़ुज़ैल जाफ़री

सफ़र

फ़ज़्ल ताबिश

आ के हो जा बे-लिबास

फ़ज़्ल ताबिश

न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती

फ़ज़्ल ताबिश

तू है मअ'नी पर्दा-ए-अल्फ़ाज़ से बाहर तो आ

फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी

तू है मअ'नी पर्दा-ए-अल्फ़ाज़ से बाहर तो आ

फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी

अच्छा हुआ मैं वक़्त के मेहवर से कट गया

फ़ज़ा इब्न-ए-फ़ैज़ी

अचार का मर्तबान

फ़य्याज़ तहसीन

ज़ख़्मी उँगलियों से एक नज़्म

फ़ातिमा हसन

देखिए हालात के जोगी का कब टूटे शराप

फ़सीह अकमल

सर पे हर्फ़ आता है दस्तार पे हर्फ़ आता है

फ़रताश सय्यद

किसी बहाने भी दिल से अलम नहीं जाता

फ़र्रुख़ जाफ़री

मातम-ए-नीम-ए-शब

फ़ारूक़ नाज़की

अपनी आँखों के हिसारों से निकल कर देखना

फ़ारूक़ मुज़्तर

तुम्हें पाने की हैसिय्यत नहीं है

फरीहा नक़वी

कभी इस रौशनी की क़ैद से बाहर भी निकलो तुम

फ़रहत एहसास

बिछड़े घर का साया

फ़रहत एहसास

मुसलसल अश्क-बारी हो रही है

फ़रहत एहसास

मोहब्बत का सिला-कार-ए-मोहब्बत से नहीं मिलता

फ़रहत एहसास

मोहब्बत चाहते हो क्यूँ वफ़ा क्यूँ माँगते हो

फ़रहत एहसास

मेहरबाँ मौत ने मरतों को जिला रक्खा है

फ़रहत एहसास

मौत ही एक दवा है और वो जारी है

फ़रहत एहसास

मैं शहरी हूँ मगर मेरी बयाबानी नहीं जाती

फ़रहत एहसास

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.