दिल Poetry (page 208)

मिरे मरने से तुम को फ़िक्र ऐ दिलदार कैसी है

हसन बरेलवी

कुछ हसीनों की मोहब्बत भी बुरी होती है

हसन बरेलवी

किस ने सुनाया और सुनाया तो क्या सुना

हसन बरेलवी

कौन कहता है कि आ कर देख लो

हसन बरेलवी

कहा जब तुम से चारा दर्द-ए-दिल का हो नहीं सकता

हसन बरेलवी

जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए

हसन बरेलवी

जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए

हसन बरेलवी

जब मिरा महर जल्वा-गर होगा

हसन बरेलवी

हुस्न जब मक़्तल की जानिब तेग़-ए-बुर्राँ ले चला

हसन बरेलवी

हुस्न जब मक़्तल की जानिब तेग़-ए-बुर्राँ ले चला

हसन बरेलवी

छुप गया यार ख़ुद-नुमा हो कर

हसन बरेलवी

चश्म-ए-ज़ाहिर से रुख़-ए-यार का पर्दा देखा

हसन बरेलवी

आईना तुम्हारे नक़्श-ए-पा का

हसन बरेलवी

चश्म-ए-जुनूँ में हुस्न-ए-सलासिल है बे-क़रार

हसन बख़्त

शुआ-ए-ज़र न मिली रंग-ए-शाइराना मिला

हसन अज़ीज़

जो नक़्श-ए-बर्ग-ए-करम डाल डाल है उस का

हसन अज़ीज़

फ़िक्र-ए-मंज़िल है न नाम-ए-रहनुमा लेते हैं हम

हसन अज़ीमाबादी

सफ़ीने डूब गए कितने दिल के सागर में

हसन अख्तर जलील

मुझ को 'जलील' कौन कहेगा शिकस्ता-दिल

हसन अख्तर जलील

ये रात काश इसी दिलकशी से ढलती रहे

हसन अख्तर जलील

ये रात काश इसी दिलकशी से ढलती रहे

हसन अख्तर जलील

शब की दहलीज़ से किस हाथ ने फेंका पत्थर

हसन अख्तर जलील

रात लम्बी भी है और तारीक भी शब-गुज़ारी का सामाँ करो दोस्तो

हसन अख्तर जलील

निभाओ अब उसे जो वज़्अ भी बना ली है

हसन अख्तर जलील

कर के संग-ए-ग़म-ए-हस्ती के हवाले मुझ को

हसन अख्तर जलील

दिल की तरफ़ निगाह-ए-तग़ाफ़ुल रहा करे

हसन अख्तर जलील

बरसों तिरी तलब में सफ़ीना रवाँ रहा

हसन अख्तर जलील

आरज़ू की हमा-हामी और मैं

हसन अख्तर जलील

एक दिया कब रोक सका है रात को आने से

हसन अकबर कमाल

दिए बुझाती रही दिल बुझा सके तो बुझाए

हसन अकबर कमाल

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.