Ghazals of Naeem Sarmad
नाम | नईम सरमद |
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अंग्रेज़ी नाम | Naeem Sarmad |
सुर्ख़ मिट्टी को हवाओं में उड़ाते हुए हम
ख़ुदा से भी कब कोई फ़ुर्क़त कटी है
ख़ुद को मुर्शिद मान ले प्यारे क्यूँ और क्या का भेद समझ
काफ़ से नून तलक शोर मचा वहशत है
अब के मौसम में तिरा शहर वो कैसा होगा