वसल Poetry (page 16)

रग-ओ-पै में सरायत कर गया वो

फ़रीद परबती

रह जाए या बला से ये जान रह न जाए

फ़ानी बदायुनी

दैर में या हरम में गुज़रेगी

फ़ानी बदायुनी

अदा से आड़ में ख़ंजर के मुँह छुपाए हुए

फ़ानी बदायुनी

मेरे रश्क-ए-क़मर तू ने पहली नज़र जब नज़र से मिलाई मज़ा आ गया

फ़ना बुलंदशहरी

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

याद

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

सुब्ह-ए-आज़ादी (अगस्त-47)

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

शाएर लोग

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मुझ से पहली सी मोहब्बत मिरी महबूब न माँग

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

मरसिए

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

जो मेरा तुम्हारा रिश्ता है

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

दरीचा

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

तिरे ग़म को जाँ की तलाश थी तिरे जाँ-निसार चले गए

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

शरह-ए-बेदर्दी-ए-हालात न होने पाई

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

किस हर्फ़ पे तू ने गोश-ए-लब ऐ जान-ए-जहाँ ग़म्माज़ किया

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

कब तक दिल की ख़ैर मनाएँ कब तक रह दिखलाओगे

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

इज्ज़-ए-अहल-ए-सितम की बात करो

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

पत्थर की ज़बान

फ़हमीदा रियाज़

चार-सू है बड़ी वहशत का समाँ

फ़हमीदा रियाज़

सारबाँ

फ़हीम शनास काज़मी

धूप सा यू कपूल नारी है

फ़ाएज़ देहलवी

जग में आता है हर बशर तन्हा

एलिज़ाबेथ कुरियन मोना

दामन तेरा मुझ से छूटा मिलने के हालात नहीं

एलिज़ाबेथ कुरियन मोना

कहा लैला की माँ ने

दिलावर फ़िगार

दरून-ए-ख़्वाब नया इक जहाँ निकलता है

दिलावर अली आज़र

मुझ साथ सैर-ए-बाग़ कूँ ऐ नौ-बहार चल

दाऊद औरंगाबादी

कोई दिल-लगी दिल लगाना नहीं है

दत्तात्रिया कैफ़ी

जब से किसी से दर्द का रिश्ता नहीं रहा

दरवेश भारती

शब-ए-वस्ल ज़िद में बसर हो गई

दाग़ देहलवी

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.