Heart Broken Poetry of Ejaz Obaid
नाम | एजाज़ उबैद |
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अंग्रेज़ी नाम | Ejaz Obaid |
कविताएं
Ghazal 19
Couplets 3
Love 12
Sad 9
Heart Broken 17
Bewafa 2
Hope 6
Friendship 3
बारिश 4
ख्वाब 4
Sharab 1
सहर होते ही कोई हो गया रुख़्सत गले मिल कर
हथेलियों में लकीरों का जाल था कितना
उस ने देखा था अजब एक तमाशा मुझ में
था वो जंगल कि नगर याद नहीं
तेरे दामन की थी या मस्त हुआ किस की थी
नए सफ़र में जो पिछले सफ़र के साथी थे
मैं ने क्या काम ला-जवाब किया
किस से मिलने जाओ अब किस से मुलाक़ातें करो
जो जा चुके हैं ग़ालिबन उतरें कभी ज़ीना तिरा
हम ने आँख से देखा कितने सूरज निकले डूब गए
हथेलियों में लकीरों का जाल था कितना
ग़म भी उतना नहीं कि तुम से कहें
गले लग कर मिरे वो जाने हँसता था कि रोता था
दूसरों की आँख ले कर भी पशेमानी हुई
दिखाता क्या है ये टूटी हुई कमान मुझे
ऐसे ही दिन थे कुछ ऐसी शाम थी
अभी तमाम आइनों में ज़र्रा ज़र्रा आब है