Love Poetry of Basheer Ahmad Basheer
नाम | बशीर अहमद बशीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Basheer Ahmad Basheer |
कैसी कैसी थीं उन्ही गलियों में ज़ेबा सूरतें
जी नहीं लगता किताबों में किताबें क्या करें
हर गाम पे आवारगी-ओ-दर-ब-दरी में
इक बे-सबात अक्स बना बे-निशाँ गया
दूर तक चारों तरफ़ मेरे सिवा कोई न था
ऐसा तह-ए-अफ़्लाक ख़राबा नहीं कोई