भारतेंदु हरिश्चंद्र कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का भारतेंदु हरिश्चंद्र (page 2)
नाम | भारतेंदु हरिश्चंद्र |
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अंग्रेज़ी नाम | Bhartendu Harishchandra |
जन्म की तारीख | 1850 |
मौत की तिथि | 1885 |
जन्म स्थान | Varanasi |
कविताएं
Ghazal 19
Couplets 20
Rubaai 2
Love 20
Sad 23
Heart Broken 24
Bewafa 3
Hope 4
Friendship 5
Islamic 5
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 4
Sharab 2
गले मुझ को लगा लो ऐ मिरे दिलदार होली में
फ़साद-ए-दुनिया मिटा चुके हैं हुसूल-ए-हस्ती मिटा चुके हैं
दिल मिरा तीर-ए-सितम-गर का निशाना हो गया
दिल आतिश-ए-हिज्राँ से जलाना नहीं अच्छा
दश्त-पैमाई का गर क़स्द मुकर्रर होगा
बुत-ए-काफ़िर जो तू मुझ से ख़फ़ा है
बैठे जो शाम से तिरे दर पे सहर हुई
बाल बिखेरे आज परी तुर्बत पर मेरे आएगी
असीरान-ए-क़फ़स सेहन-ए-चमन को याद करते हैं
अजब जौबन है गुल पर आमद-ए-फ़स्ल-ए-बहारी है
आ गई सर पर क़ज़ा लो सारा सामाँ रह गया