Ghazals of Haseeb Soz

Ghazals of Haseeb Soz
नामहसीब सोज़
अंग्रेज़ी नामHaseeb Soz
जन्म स्थानBadayun

ज़रा सी चोट लगी थी कि चलना भूल गए

यहाँ मज़बूत से मज़बूत लोहा टूट जाता है

वो एक रात की गर्दिश में इतना हार गया

तिरी मदद का यहाँ तक हिसाब देना पड़ा

शौक़ से आप ये अंग्रेज़ी दवा भी लेते

नज़र न आए हम अहल-ए-नज़र के होते हुए

खुला ये राज़ कि ये ज़िंदगी भी होती है

ख़ुद को इतना जो हवा-दार समझ रक्खा है

हमारे ख़्वाब सब ताबीर से बाहर निकल आए

हमारे दोस्तों में कोई दुश्मन हो भी सकता है

दर्द आसानी से कब पहलू बदल कर निकला

बड़े हिसाब से इज़्ज़त बचानी पड़ती है

अमीर-ए-शहर से मिल कर सज़ाएँ मिलती हैं

अब उसे छोड़ के जाना भी नहीं चाहते हम

हसीब सोज़ Ghazal in Hindi - Read famous हसीब सोज़ Shayari, Ghazal, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet हसीब सोज़ . Free Download Best Ghazal, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet हसीब सोज़ . हसीब सोज़ Ghazals and Inspirational Nazams for Students.