Heart Broken Poetry of Iqbal Sajid (page 2)
नाम | इक़बाल साजिद |
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अंग्रेज़ी नाम | Iqbal Sajid |
जन्म की तारीख | 1932 |
मौत की तिथि | 1988 |
जन्म स्थान | Lahore |
कविताएं
Ghazal 39
Couplets 35
Love 31
Sad 33
Heart Broken 41
Bewafa 1
Hope 21
Friendship 4
Islamic 6
Sufi 2
Social 5
बारिश 4
कटते ही संग-ए-लफ़्ज़ गिरानी निकल पड़े
कल शब दिल-ए-आवारा को सीने से निकाला
जाने क्यूँ घर में मिरे दश्त-ओ-बयाबाँ छोड़ कर
हर घड़ी का साथ दुख देता है जान-ए-मन मुझे
गड़े मर्दों ने अक्सर ज़िंदा लोगों की क़यादत की
इक तबीअत थी सो वो भी ला-उबाली हो गई
इक रिदा-ए-सब्ज़ की ख़्वाहिश बहुत महँगी पड़ी
दुनिया ने ज़र के वास्ते क्या कुछ नहीं किया
दहर के अंधे कुएँ में कस के आवाज़ा लगा
बे-ख़बर दुनिया को रहने दो ख़बर करते हो क्यूँ
अजब सदा ये नुमाइश में कल सुनाई दी