Ghazals of Munshi Debi Parshad Sahar Badayuni

Ghazals of Munshi Debi Parshad Sahar Badayuni
नाममुंशी देबी प्रसाद सहर बदायुनी
अंग्रेज़ी नामMunshi Debi Parshad Sahar Badayuni

ज़ीनत-ए-उनवाँ है मज़मूँ आलम-ए-तौहीद का

वस्ल से तब भरे हमारा पेट

सुब्हा से मतलब न कुछ ज़ुन्नार से

सर मिला है इश्क़ का सौदा समाने के लिए

क़ातिल के कूचे में हमा-तन जाऊँ बन के पाँव

फल है उस बुत की आश्नाई का

कुछ ग़रज़ वज्ह मुद्दआ बाइस

कहें क्या कि क्या क्या सितम देखते हैं

ईजाद ग़म हुआ दिल-ए-मुज़्तर के वास्ते

होश-ओ-शकेब-ओ-ताब-ओ-सब्र-ओ-क़रार पांचों

दिल तंग उस में रंज-ओ-अलम शोर-ओ-शर हों जम्अ'

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