Ghazals of Nazar Javed
नाम | नज़र जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Nazar Javed |
वार हर एक मिरे ज़ख़्म का हामिल आया
पुराने अक्स कर के रद हमारे
हम यूँही बिखरे नहीं हर-सू ख़स-ओ-ख़ाशाक में
अपने होने की अर्ज़ानी ख़त्म हुई
नाम | नज़र जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Nazar Javed |
वार हर एक मिरे ज़ख़्म का हामिल आया
पुराने अक्स कर के रद हमारे
हम यूँही बिखरे नहीं हर-सू ख़स-ओ-ख़ाशाक में
अपने होने की अर्ज़ानी ख़त्म हुई