Ghazals of Rafique Khayal

Ghazals of Rafique Khayal
नामरफ़ीक़ ख़याल
अंग्रेज़ी नामRafique Khayal

ज़िंदा हैं मिरे ख़्वाब ये कब याद है मुझ को

ये बात मुन्कशिफ़ हुई चराग़ के बग़ैर भी

उदास शाम की तन्हाइयों में जलता हुआ

तहलील मौसमों में कर के अजब नशा सा

सन्नाटा छा गया है शब-ए-ग़म की चाप पर

नर्म लहजे में तहम्मुल से ज़रा बात करो

मोहब्बतों की मसाफ़त से कट के देखते क्या

मिस्ल-ए-बहिश्त-ए-ख़ुश-नुमा कौन-ओ-मकान में

कितना जाँ-सोज़ है मंज़र मिरी तन्हाई का

जब तिरी चाह में दामान-ए-जुनूँ चाक हुआ

हिज्र-ज़दा आँखों से जब आँसू निकले ख़ामोशी से

बुझती शम्अ की सूरत क्यूँ अफ़्सुर्दा खड़े हो खिड़की में

आज वीरानियों में मिरा दिल नया सिलसिला चाहता है

रफ़ीक़ ख़याल Ghazal in Hindi - Read famous रफ़ीक़ ख़याल Shayari, Ghazal, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet रफ़ीक़ ख़याल. Free Download Best Ghazal, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet रफ़ीक़ ख़याल. रफ़ीक़ ख़याल Ghazals and Inspirational Nazams for Students.