उस का चेहरा भी सुनाता है कहानी उस की

उस का चेहरा भी सुनाता है कहानी उस की

चाहती हूँ कि सुनूँ उस से ज़बानी उस की

वो सितमगर है तो अब उस से शिकायत कैसी

और सितम करना भी आदत है पुरानी उस की

बेश-क़ीमत है ये मोती से मिरी पलकों पर

चंद आँसू हैं मिरे पास निशानी उस की

उस जफ़ा-कार को मालूम नहीं वो क्या है

बे-मुरव्वत को है तस्वीर दिखानी उस की

एक वो है नज़र-अंदाज़ करे है मुझ को

एक मैं हूँ कि दिल ओ जाँ से दिवानी उस की

तुम को उल्फ़त है 'क़मर' उस से तो अब कह देना

सामने सब के सुना देना कहानी उस की

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In Hindi By Famous Poet Rehana Qamar. is written by Rehana Qamar. Complete Poem in Hindi by Rehana Qamar. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.