Sad Poetry of Aadil Raza Mansoori

Sad Poetry of Aadil Raza Mansoori
नामआदिल रज़ा मंसूरी
अंग्रेज़ी नामAadil Raza Mansoori
जन्म की तारीख1978
जन्म स्थानJaipur

मिरी ख़ामोशियों की झील में फिर

रिवायत

पत्ते का ग़म

पस-ओ-पेश

ना-कर्दा गुनाह

न हाथ बाग पर है न पा है रिकाब में

मैं

दो अजनबी

वहाँ शायद कोई बैठा हुआ है

सफ़र के ब'अद भी मुझ को सफ़र में रहना है

जो अश्क बन के हमारी पलक पे बैठा था

एक इक लम्हे को पलकों पे सजाता हुआ घर

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