Friendship Poetry of Aatif Waheed 'Yasir'
नाम | आतिफ़ वहीद 'यासिर' |
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अंग्रेज़ी नाम | Aatif Waheed 'Yasir' |
किस के बदन की नर्मियाँ हाथों को गुदगुदा गईं
तिरी दोस्ती का कमाल था मुझे ख़ौफ़ था न मलाल था
गुफ़्तुगू करने लगे रेत के अम्बार के साथ
आँखों को नक़्श-ए-पा तिरा दिल को ग़ुबार कर दिया