Heart Broken Poetry of Abroo Shah Mubarak (page 2)

Heart Broken Poetry of Abroo Shah Mubarak (page 2)
नामआबरू शाह मुबारक
अंग्रेज़ी नामAbroo Shah Mubarak
जन्म की तारीख1685
मौत की तिथि1733
जन्म स्थानDelhi

कहो तुम किस सबब रूठे हो प्यारे बे-गुनह हम सीं

कहें क्या तुम सूँ बे-दर्द लोगो किसी से जी का मरम न पाया

गुनाहगारों की उज़्र-ख़्वाही हमारे साहिब क़ुबूल कीजे

दुश्मन-ए-जाँ है तिश्ना-ए-ख़ूँ है

दिल नीं पकड़ी है यार की सूरत

देखो तो जान तुम कूँ मनाते हैं कब सेती

देख तू बे-रहम आशिक़ नीं तुझे छोड़ा नहीं

अगर दिल इश्क़ सीं ग़ाफ़िल रहा है

आशिक़ बिपत के मारे रोते हुए जिधर जाँ

आज यारों को मुबारक हो कि सुब्ह-ए-ईद है

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