Heart Broken Poetry of Aziz Tamannai

Heart Broken Poetry of Aziz Tamannai
नामअज़ीज़ तमन्नाई
अंग्रेज़ी नामAziz Tamannai
जन्म की तारीख1926

एक सन्नाटा था आवाज़ न थी और न जवाब

अब कौन सी मता-ए-सफ़र दिल के पास है

याद

सफ़र मुदाम सफ़र

क़िस्सा-ए-दर्द

परछाइयाँ

मुराजअत

मुजस्समा

कहानी

हयूला

हर आईना इक अक्स-ए-नौ ढूँडता है

चाँदनी रात में

ज़िंदगी यूँ तो गुज़र जाती है आराम के साथ

यूँही कटे न रहगुज़र-ए-मुख़्तसर कहीं

उसी ने साथ दिया ज़िंदगी की राहों में

उफ़ुक़ के उस पार कर रहा है कोई मिरा इंतिज़ार शायद

पाते हैं कुछ कमी सी तस्वीर-ए-ज़िंदगी में

ख़ल्वत हुई है अंजुमन-आरा कभी कभी

करो तलाश हद-ए-आसमाँ मिलने न मिले

जिस को चलना है चले रख़्त-ए-सफ़र बाँधे हुए

हर एक रंग में यूँ डूब कर निखरते रहे

दिल में वो दर्द उठा रात कि हम सो न सके

दहर में इक तिरे सिवा क्या है

अब कौन सी मता-ए-सफ़र दिल के पास है

अज़ीज़ तमन्नाई Heart Broken Poetry in Hindi - Read famous Heart Broken Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अज़ीज़ तमन्नाई. Largest collection of Heart Broken Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अज़ीज़ तमन्नाई. Share the अज़ीज़ तमन्नाई Heart Broken Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.