Hope Poetry of Aziz Tamannai

Hope Poetry of Aziz Tamannai
नामअज़ीज़ तमन्नाई
अंग्रेज़ी नामAziz Tamannai
जन्म की तारीख1926

हज़ार बार आज़मा चुका है मगर अभी आज़मा रहा है

तसमा-ए-पा

सफ़र मुदाम सफ़र

मुजस्समा

हयूला

हर आईना इक अक्स-ए-नौ ढूँडता है

यूँही कटे न रहगुज़र-ए-मुख़्तसर कहीं

उसी ने साथ दिया ज़िंदगी की राहों में

उफ़ुक़ के उस पार कर रहा है कोई मिरा इंतिज़ार शायद

पाते हैं कुछ कमी सी तस्वीर-ए-ज़िंदगी में

ख़ल्वत हुई है अंजुमन-आरा कभी कभी

करते रहे तआ'क़ुब-ए-अय्याम उम्र-भर

करो तलाश हद-ए-आसमाँ मिलने न मिले

जिस को चलना है चले रख़्त-ए-सफ़र बाँधे हुए

हर एक रंग में यूँ डूब कर निखरते रहे

अब कौन सी मता-ए-सफ़र दिल के पास है

अज़ीज़ तमन्नाई Hope Poetry in Hindi - Read famous Hope Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अज़ीज़ तमन्नाई. Largest collection of Hope Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अज़ीज़ तमन्नाई. Share the अज़ीज़ तमन्नाई Hope Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.