Sharab Poetry of Goya Faqir Mohammad

Sharab Poetry of Goya Faqir Mohammad
नामगोया फ़क़ीर मोहम्मद
अंग्रेज़ी नामGoya Faqir Mohammad
जन्म की तारीख1784
मौत की तिथि1850

क़त्ल उश्शाक़ किया करते हैं

नज़्ज़ारा-ए-रुख़-ए-साक़ी से मुझ को मस्ती है

क्यूँकर न ख़ुश हो सर मिरा लटक्का के दार में

हाथ से कुछ न तिरे ऐ मह-ए-कनआँ होगा

दुआएँ माँगीं हैं मुद्दतों तक झुका के सर हाथ उठा उठा कर

भूला है बा'द-ए-मर्ग मुझे दोस्त याँ तलक

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