Love Poetry of Iqbal Husain Rizvi Iqbal

Love Poetry of Iqbal Husain Rizvi Iqbal
नामइक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल
अंग्रेज़ी नामIqbal Husain Rizvi Iqbal
जन्म की तारीख1933

वो आ रहे हैं वो जा रहे हैं मिरे तसव्वुर पे छा रहे हैं

टुकड़े टुकड़े मिरा दामान-ए-शकेबाई है

पाता हूँ इज़्तिराब रुख़-ए-पुर-हिजाब में

निगाहों से मेरी निगाहें बचाए

नज़र जिन की उलझ जाती है उन की ज़ुल्फ़-ए-पेचाँ से

मिरी नज़र से जो नज़रें बचाए बैठे हैं

इश्क़ इतना कमाल रखता है

दिल-ए-मुज़्तर को हम कुछ इस तरह समझाए जाते हैं

आँखों को इंतिशार है दिल बे-क़रार है

इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल. Share the इक़बाल हुसैन रिज़वी इक़बाल Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.