Ghazals of Murlidhar Sharma Talib

Ghazals of Murlidhar Sharma Talib
नाममुर्ली धर शर्मा तालिब
अंग्रेज़ी नामMurlidhar Sharma Talib
जन्म की तारीख1977
जन्म स्थानKolkata

ये क्या कि पहले क़रीब होना बना के चलना है फ़ासला फिर

वक़्त अच्छा जो मिरा था पहले

मिज़ाज-ए-ग़म समझता क्यूँ नहीं है

मिरी डगर से भी इक दिन गुज़र के देख ज़रा

किसे अब दास्ताँ अपनी सुनाएँ

जो सहरा है उसे कैसे समुंदर लिख दिया जाए

जीने की ख़्वाहिशों में कई बार मर गए

हमारी प्यास को इतना जगाया है मुक़द्दर ने

डूब कर इस का भँवर खोलेंगे

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