Ghazals of Taashshuq Lakhnavi

Ghazals of Taashshuq Lakhnavi
नामतअशशुक़ लखनवी
अंग्रेज़ी नामTaashshuq Lakhnavi

याद-ए-अय्याम कि हम-रुतबा-ए-रिज़वाँ हम थे

उन्स है ख़ाना-ए-सय्याद से गुलशन कैसा

ता-सहर की है फ़ुग़ाँ जान के ग़ाफ़िल मुझ को

सू-ए-दयार ख़ंदा-ज़न वो यार-ए-जानी फिर गया

न डरे बर्क़ से दिल की है कड़ी मेरी आँख

मुँह जो फ़ुर्क़त में ज़र्द रहता है

महफ़िल से उठाने के सज़ा-वार हमीं थे

कब अपनी ख़ुशी से वो आए हुए हैं

जोश पर थीं सिफ़त-ए-अब्र-ए-बहारी आँखें

दो दमों से है फ़क़त गोर-ए-ग़रीबाँ आबाद

दिल जल के रह गए ज़क़न-ए-रश्क-ए-माह पर

बाग़ में फूलों को रौंद आई सवारी आप की

अपनी फ़रहत के दिन ऐ यार चले आते हैं

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