Ghazals of Tafzeel Ahmad
नाम | तफ़ज़ील अहमद |
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अंग्रेज़ी नाम | Tafzeel Ahmad |
जन्म की तारीख | 1954 |
जन्म स्थान | Bhagalpur |
वही बे-लिबास क्यारियाँ कहीं बेल बूटों के बल नहीं
तन्हा कर के मुझ को सलीब-ए-सवाल पे छोड़ दिया
सितम-ज़रीफ़ी की सूरत निकल ही आती है
शहर को चोट पे रखती है गजर में कोई चीज़
पहाड़ों को बिछा देते कहीं खाई नहीं मिलती
मिला किसी से न अच्छा लगा सुख़न इस बार
मेहवर पे भी गर्दिश मिरी मेहवर से अलग हो
लहरों में भँवर निकलेंगे मेहवर न मिलेगा
लब-ए-मंतिक़ रहे कोई न चश्म-लन-तरानी हो
ख़ामोश भी रह जाए और इज़हार भी कर दे
घने अरमान गाढ़ी आरज़ू करने से मिलता है
इक परेशानी अलग थी और पशेमानी अलग
अव्वल वही सैराब था सानी भी वही था