शहर Poetry (page 87)

पानी में अक्स और किसी आसमाँ का है

अहमद मुश्ताक़

मिल ही जाएगा कभी दिल को यक़ीं रहता है

अहमद मुश्ताक़

ले के हम-राह छलकते हुए पैमाने को

अहमद मुश्ताक़

इक उम्र की और ज़रूरत है वही शाम-ओ-सहर करने के लिए

अहमद मुश्ताक़

इक फूल मेरे पास था इक शम्अ' मेरे साथ थी

अहमद मुश्ताक़

दिलों की ओर धुआँ सा दिखाई देता है

अहमद मुश्ताक़

हम से पहले तो कहीं प्यार न था शहर-ब-शहर

अहमद मासूम

सुना है शहर का नक़्शा बदल गया 'महफ़ूज़'

अहमद महफ़ूज़

सवाद-ए-शाम न रंग-ए-सहर को देखते हैं

अहमद महफ़ूज़

बदन-सराब न दरिया-ए-जाँ से मिलता है

अहमद महफ़ूज़

ज़िंदा रहने का तक़ाज़ा नहीं छोड़ा जाता

अहमद कामरान

मैं ने इस शहर में वो ठोकरें खाई हैं कि अब

अहमद कमाल परवाज़ी

तन्हाई से बचाव की सूरत नहीं करूँ

अहमद कमाल परवाज़ी

तमाम भीड़ से आगे निकल के देखते हैं

अहमद कमाल परवाज़ी

शाम के ब'अद सितारों को सँभलने न दिया

अहमद कमाल परवाज़ी

रौशनी साँस ही ले ले तो ठहर जाता हूँ

अहमद कमाल परवाज़ी

बराए-ज़ेब उस को गौहर-ओ-अख़्तर नहीं लगता

अहमद कमाल परवाज़ी

यही दिल जो इक बूँद है बहर-ए-ग़म की

अहमद जावेद

आँधी का रजज़

अहमद जावेद

सबा देख इक दिन इधर आन कर के

अहमद जावेद

क्या पूछते हो शहर में घर और हमारा

अहमद जावेद

अच्छी गुज़र रही है दिल-ए-ख़ुद-कफ़ील से

अहमद जावेद

मकाशफ़ा

अहमद हमेश

याद क्या क्या लोग दश्त-ए-बे-कराँ में आए थे

अहमद हमदानी

दिलों को रंज ये कैसा है ये ख़ुशी क्या है

अहमद हमदानी

काफ़िर हूँ सर-फिरा हूँ मुझे मार दीजिए

अहमद फ़रहाद

दिन से बिछड़ी हुई बारात लिए फिरती है

अहमद फ़रीद

ये अब जो आग बना शहर शहर फैला है

अहमद फ़राज़

सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं

अहमद फ़राज़

हम को उस शहर में तामीर का सौदा है जहाँ

अहमद फ़राज़

Collection of Hindi Poetry. Get Best Hindi Shayari, Poems and ghazal. Read shayari Hindi, poetry by famous Hindi and Urdu poets. Share poetry hindi on Facebook, Whatsapp, Twitter and Instagram.