वामिक़ जौनपुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का वामिक़ जौनपुरी (page 3)
नाम | वामिक़ जौनपुरी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Wamiq Jaunpuri |
जन्म की तारीख | 1909 |
मौत की तिथि | 1998 |
जन्म स्थान | Jaunpur |
रात के समुंदर में ग़म की नाव चलती है
क़िर्तास पे नक़्शे हमें क्या क्या नज़र आए
नए गुल खिले नए दिल बने नए नक़्श कितने उभर गए
मिरे फ़िक्र ओ फ़न को नई फ़ज़ा नए बाल-ओ-पर की तलाश है
ख़लिश सुकूँ का मुदावा नहीं तो कुछ भी नहीं
कहीं साक़ी का फ़ैज़-ए-आम भी है
जो दश्त ख़्वाबों में अक्सर दिखाई देता है
जीने का लुत्फ़ कुछ तो उठाओ नशे में आओ
इस तरह से कश्ती भी कोई पार लगे है
हुज़ूर-ए-यार भी आज़ुर्दगी नहीं जाती
हो रही है दर-ब-दर ऐसी जबीं-साई कि बस
हमारे मय-कदे का अब निज़ाम बदलेगा
हालात से फ़रार की क्या जुस्तुजू करें
फ़नकार के काम आई न कुछ दीदा-वरी भी
दीवाने दीवाने ठहरे खेल गए अँगारों से
दिल तोड़ कर वो दिल में पशीमाँ हुआ तो क्या
दिल परेशाँ है न जाने किस लिए
दिल के वीराने को यूँ आबाद कर लेते हैं हम
दिल अज़ल से मरकज़-ए-आलाम है
बुलाए जाते हैं मक़्तल में हम सज़ा के लिए
बर्क़ सर-ए-शाख़-सार देखिए कब तक रहे
अपना एजाज़ दिखा दे साक़ी
अभी तो हौसला-ए-कारोबार बाक़ी है