Ghazals of Yaqoob Yawar
नाम | याक़ूब यावर |
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अंग्रेज़ी नाम | Yaqoob Yawar |
जन्म की तारीख | 1952 |
जन्म स्थान | Varanasi |
सुख़न को बे-हिसी की क़ैद से बाहर निकालूँ
शहर-ए-सुख़न अजीब हो गया है
रौशनी मेरे चराग़ों की धरी रहना थी
मिरी दुआओं की सब नग़्मगी तमाम हुई
मसअलों की भीड़ में इंसाँ को तन्हा कर दिया
लर्ज़ां तरसाँ मंज़र चुप
जो तू नहीं तो मौसम-ए-मलाल भी न आएगा
हम अपनी पुश्त पर खुली बहार ले के चल दिए
अल-अमाँ कि सूरज है मेरी जान के पीछे