Ghazals of Zakir Khan Zakir (page 2)
नाम | ज़ाकिर ख़ान ज़ाकिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Zakir Khan Zakir |
जन्म की तारीख | 1975 |
दिल के बुझते हुए ज़ख़्मों को हवा देता है
धूप थे सब रास्ते दरकार था साया हमें
दर्द शायान-ए-शान-ए-दिल भी नहीं
दर्द को ज़ब्त की सरहद से गुज़र जाने दो
चुप के सहरा में फ़क़त एक सदा कौन हूँ मैं
बदन के दोश पे साँसों का मक़बरा मैं हूँ
ऐ क़लंदर आ तसव्वुफ़ में सँवर कर रक़्स कर
आईना-ए-ख़याल तिरे रू-ब-रू करें