Heart Broken Poetry of Akhtar Nazmi
नाम | अख़्तर नज़्मी |
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अंग्रेज़ी नाम | Akhtar Nazmi |
मिरी तरफ़ से तो टूटा नहीं कोई रिश्ता
ये आने वाला ज़माना हमें बताएगा
लिखा है मुझ को भी लिखना पड़ा है
ख़याल उसी की तरफ़ बार बार जाता है
कब लोगों ने अल्फ़ाज़ के पत्थर नहीं फेंके
जो भी मिल जाता है घर-बार को दे देता हूँ
अब नहीं लौट के आने वाला