Love Poetry of Amit Sharma Meet

Love Poetry of Amit Sharma Meet
नामअमित शर्मा मीत
अंग्रेज़ी नामAmit Sharma Meet
जन्म स्थानBareilly (Uttar Pradesh)

ये लगता है अब भी कहीं कुछ बचा है

सुनो यार इस की घुटन कुछ नहीं है

क़िस्मत अपनी ऐसी कच्ची निकली है

नज़र भर के यूँ जो मुझे देखता है

मुझ को पाने के सिवा और तमन्ना क्या है

माज़ी के जब ज़ख़्म उभरने लगते हैं

मैं केवल अब ख़ुद से रिश्ता रक्खूँगा

ग़रज़ पड़ने पे उस से माँगता है

इक तरफ़ प्यार है रिश्ता है वफ़ादारी है

अपनी आँखों को कभी ठीक से धोया ही नहीं

अपने हिस्से की अना दूँ तो अना दूँ किस को

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