Khawab Poetry of Bahadur Shah Zafar
नाम | ज़फ़र |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Bahadur Shah Zafar |
जन्म की तारीख | 1775 |
मौत की तिथि | 1862 |
जन्म स्थान | Delhi |
कविताएं
Ghazal 51
Couplets 53
Love 53
Sad 43
Heart Broken 46
Bewafa 13
Hope 21
Friendship 24
Islamic 20
Sufi 2
देशभक्तिपूर्ण 2
बारिश 1
ख्वाब 10
Sharab 13
ख़्वाब मेरा है ऐन बेदारी
इधर ख़याल मिरे दिल में ज़ुल्फ़ का गुज़रा
चाहिए उस का तसव्वुर ही से नक़्शा खींचना
वो सौ सौ अठखटों से घर से बाहर दो क़दम निकले
पान खा कर सुर्मा की तहरीर फिर खींची तो क्या
नहीं इश्क़ में इस का तो रंज हमें कि क़रार ओ शकेब ज़रा न रहा
मर गए ऐ वाह उन की नाज़-बरदारी में हम
मैं हूँ आसी कि पुर-ख़ता कुछ हूँ
क्या कहूँ दिल माइल-ए-ज़ुल्फ़-ए-दोता क्यूँकर हुआ
हिज्र के हाथ से अब ख़ाक पड़े जीने में