Love Poetry of Farhat Shahzad

Love Poetry of Farhat Shahzad
नामफ़रहत शहज़ाद
अंग्रेज़ी नामFarhat Shahzad
जन्म स्थानU.S.A

ज़िंदगी कट गई मनाते हुए

सौत क्या शय है ख़ामुशी क्या है

परस्तिश की है मेरी धड़कनों ने

हम से तंहाई के मारे नहीं देखे जाते

ये ज़मीं ख़्वाब है आसमाँ ख़्वाब है

शाम कहती है कोई बात जुदा सी लिक्खूँ

सौत क्या शय है ख़ामुशी क्या है

नहीं है अब कोई रस्ता नहीं है

मैं अपने-आप से बरहम था वो ख़फ़ा मुझ से

हम से तंहाई के मारे नहीं देखे जाते

हयात को तिरी दुश्वार किस तरह करता

दश्त-ए-वहशत ने फिर पुकारा है

आँख को जकड़े थे कल ख़्वाब अज़ाबों के

फ़रहत शहज़ाद Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by फ़रहत शहज़ाद. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by फ़रहत शहज़ाद. Share the फ़रहत शहज़ाद Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.