छोटे काम का बड़ा नतीजा
ढूँडा करे कोई लाख क्या मिलता है
चिड़िया के बच्चे
इंकार न इक़रार न तस्दीक़ न ईजाब
ये क़ौल किसी बुज़ुर्ग का सच्चा है
फ़ितरत के मुताबिक़ अगर इंसाँ ले काम
अफ़्सुर्दगी और गर्म-जोशी भी ग़लत
था रंग-ए-बहार बे-नवाई कि न था
क़ौस-ए-क़ुज़ह
अस्लाफ़ का हिस्सा था अगर नाम-ओ-नुमूद
साक़ी ओ शराब ओ जाम ओ पैमाना क्या
हवा और सूरज का मुक़ाबला