Ghazals of Mohammad Sadiq Zia
नाम | मोहम्मद सादिक़ ज़िया |
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अंग्रेज़ी नाम | Mohammad Sadiq Zia |
याद है आह का वो रंग-ए-नवा हो जाना
पर्दा-ए-साज़ में भी सोज़ का हामिल होना
कोई ये 'इक़बाल' से जा कर ज़रा पूछे 'ज़िया'
ख़याल नुत्क़ से बेगाना हो तो क्या कहिए
हामिल-ए-अज़्मत-ए-फ़ितरत दिल-ए-इंसाँ निकला
आज अपने दिल से फिर उलझा हूँ मैं