Ghazals of Rehman Faris

Ghazals of Rehman Faris
नामरहमान फ़ारिस
अंग्रेज़ी नामRehman Faris
जन्म की तारीख1976
जन्म स्थानIslamabad

ये जो मुझ पर निखार है साईं

यही दुआ है यही है सलाम इश्क़ ब-ख़ैर

विदा-ए-यार का लम्हा ठहर गया मुझ में

उम्र-भर इश्क़ किसी तौर न कम हो आमीन

सुकूत-ए-शाम में गूँजी सदा उदासी की

सर-ब-सर यार की मर्ज़ी पे फ़िदा हो जाना

सदाएँ देते हुए और ख़ाक उड़ाते हुए

सदाएँ देते हुए और ख़ाक उड़ाते हुए

रात आ बैठी है पहलू में सितारो तख़लिया

नज़र उठाएँ तो क्या क्या फ़साना बनता है

मुझे ग़रज़ है सितारे न माहताब के साथ

मैं कार-आमद हूँ या बे-कार हूँ मैं

क्यूँ तिरे साथ रहीं उम्र बसर होने तक

ख़ाक उड़ती है रात-भर मुझ में

बैठे हैं चैन से कहीं जाना तो है नहीं

बैठे हैं चैन से कहीं जाना तो है नहीं

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