गधे के साथ इक लीडर का फोटो
ज़रा देखो तो क्या बढ़िया छपा है
ये फोटो देख कर इक शख़्स बोला
न जाने कौन सा इन में गधा है
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अब कहाँ है वो नश्तरों की बहार
दिल पे अपने चोट खा कर रो दिए
मेरी बीवी ने बना रक्खी है फुटबॉल की टीम
दिया नींद ने ऐसा आँखों को धोका
मैं ने कहा गधे से मियाँ कुछ पढ़ो लिखो
आतंक का माहौल है छाया हुआ दिल पर
हकला गया जो शादी में दूल्हा तो क्या हुआ
नाले कहीं बुलबुल के सुनाई नहीं देते
चाँद पर पहुँचा कोई झाँका कोई मिर्रीख़ में
सिलसिले ऊँचे ख़यालात से जोड़े हम ने
दास्तान-ए-इश्क़ मैं ने जब कही ससुराल में