Hope Poetry of Abu Mohammad Sahar

Hope Poetry of Abu Mohammad Sahar
नामअबु मोहम्मद सहर
अंग्रेज़ी नामAbu Mohammad Sahar
जन्म की तारीख1930
मौत की तिथि2002

तकमील-ए-आरज़ू से भी होता है ग़म कभी

ये तो नहीं कि बादिया-पैमा न आएगा

फूलों की तलब में थोड़ा सा आज़ार नहीं तो कुछ भी नहीं

माना अपनी जान को वो भी दिल का रोग लगाएँगे

ख़्वाबों का नश्शा है न तमन्ना का सिलसिला

जब ये दावे थे कि हर दुख का मुदावा हो गए

इश्क़ की सई-ए-बद-अंजाम से डर भी न सके

हर ख़ौफ़ हर ख़तर से गुज़रना भी सीखिए

अब तक इलाज-ए-रंजिश-ए-बे-जा न कर सके

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