अहमद ख़याल कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद ख़याल (page 2)
नाम | अहमद ख़याल |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Ahmad Khayal |
जन्म की तारीख | 1979 |
कविताएं
Ghazal 27
Couplets 19
Love 18
Sad 21
Heart Broken 25
Hope 9
Friendship 1
Islamic 1
Sufi 2
देशभक्तिपूर्ण 1
ख्वाब 4
कल रात इक अजीब पहेली हुई हवा
जुनूँ को रख़्त किया ख़ाक को लिबादा किया
जो तिरे ग़म की गिरानी से निकल सकता है
जिस समय तेरा असर था मुझ में
जैसी होनी हो वो रफ़्तार नहीं भी होती
हर एक रंग धनक की मिसाल ऐसा था
ग़ुबार-ए-अब्र बन गया कमाल कर दिया गया
ग़ुबार अब्र बन गया कमाल कर दिया गया
फ़ना के दश्त में कब का उतर गया था मैं
फ़लक के रंग ज़मीं पर उतारता हुआ मैं
दस्त-बस्तों को इशारा भी तो हो सकता है
दश्त ओ जुनूँ का सिलसिला मेरे लहू में आ गया
दश्त में वादी-ए-शादाब को छू कर आया
दरिया में दश्त दश्त में दरिया सराब है
बस्ती से चंद रोज़ किनारा करूँगा मैं
ऐ तअ'स्सुब ज़दा दुनिया तिरे किरदार पे ख़ाक