अहमद महफ़ूज़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अहमद महफ़ूज़ (page 2)
नाम | अहमद महफ़ूज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Ahmad Mahfuz |
जन्म की तारीख | 1966 |
जन्म स्थान | Delhi |
कविताएं
Ghazal 24
Couplets 22
Love 9
Sad 16
Heart Broken 25
Bewafa 1
Hope 11
Islamic 1
ख्वाब 12
Sharab 1
उन आँखों में रंग-ए-मय नहीं है
उधर से आए तो फिर लौट कर नहीं गए हम
सवाद-ए-शाम न रंग-ए-सहर को देखते हैं
सर-ब-सर पैकर-ए-इज़हार में लाता है मुझे
रक़्स-ए-शरर क्या अब के वहशत-नाक हुआ
फेंकते संग-ए-सदा दरिया-ए-वीरानी में हम
नहीं आसमाँ तिरी चाल में नहीं आऊँगा
मैं बंद आँखों से कब तलक ये ग़ुबार देखूँ
लोग कहते थे वो मौसम ही नहीं आने का
किसी से क्या कहें सुनें अगर ग़ुबार हो गए
किसी का अक्स-ए-बदन था न वो शरारा था
छोड़ो अब उस चराग़ का चर्चा बहुत हुआ
बदन-सराब न दरिया-ए-जाँ से मिलता है
अंधेरा सा क्या था उबलता हुआ
अब इस मकाँ में नया कोई दर नहीं करना
आया ही नहीं कोई बोझ अपना उठाने को