Khawab Poetry of Aitbar Sajid

Khawab Poetry of Aitbar Sajid
नामऐतबार साजिद
अंग्रेज़ी नामAitbar Sajid
जन्म की तारीख1948
जन्म स्थानIslamabad

वो पहली जैसी वहशतें वो हाल ही नहीं रहा

तुम्हें ख़याल-ए-ज़ात है शुऊर-ए-ज़ात ही नहीं

तिरे जैसा मेरा भी हाल था न सुकून था न क़रार था

रस्ते का इंतिख़ाब ज़रूरी सा हो गया

न गुमान मौत का है न ख़याल ज़िंदगी का

मुझे ऐसा लुत्फ़ अता किया कि जो हिज्र था न विसाल था

मिरा है कौन दुश्मन मेरी चाहत कौन रखता है

कहा दिन को भी ये घर किस लिए वीरान रहता है

कभी तू ने ख़ुद भी सोचा कि ये प्यास है तो क्यूँ है

जो ख़याल थे न क़यास थे वही लोग मुझ से बिछड़ गए

बहुत सजाए थे आँखों में ख़्वाब मैं ने भी

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