Sad Poetry of Ali Akbar Abbas

Sad Poetry of Ali Akbar Abbas
नामअली अकबर अब्बास
अंग्रेज़ी नामAli Akbar Abbas
जन्म की तारीख1948

मैं लौह-ए-अर्ज़ पर नाज़िल हुआ सहीफ़ा हूँ

शुआएँ ऐसे मिरे जिस्म से गुज़रती गईं

पेश हर अहद को इक तेग़ का इम्काँ क्यूँ है

ऐ शाएर! तेरा दर्द बड़ा ऐ शाएर! तेरी सोच बड़ी

तलाश-ए-आख़र

मैं अपने वक़्त में अपनी रिदा में रहता हूँ

किसी पे बार-ए-दिगर भी निगाह कर न सके

कभी सर पे चढ़े कभी सर से गुज़रे कभी पाँव आन गिरे दरिया

जो ख़ुद को पाएँ तो फिर दूसरा तलाश करें

देखने में लगती थी भीगती सिमटती रात

अली अकबर अब्बास Sad Poetry in Hindi - Read famous Sad Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अली अकबर अब्बास. Largest collection of Sad Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अली अकबर अब्बास. Share the अली अकबर अब्बास Sad Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.