Ghazals of Ameer Qazalbash (page 2)

Ghazals of Ameer Qazalbash (page 2)
नामअमीर क़ज़लबाश
अंग्रेज़ी नामAmeer Qazalbash
जन्म की तारीख1943
मौत की तिथि2003
जन्म स्थानDelhi

इक परिंदा अभी उड़ान में है

दूर बैठा हुआ तन्हा सब से

दिल में बे-नाम सी ख़ुशी है अभी

दर्द का शहर कहीं कर्ब का सहरा होगा

दामन पे लहू हाथ में ख़ंजर न मिलेगा

चलो कि ख़ुद ही करें रू-नुमाइयाँ अपनी

बसर होना बहुत दुश्वार सा है

बनते हैं फ़रज़ाने लोग

बंद आँखों से वो मंज़र देखूँ

अपने हमराह ख़ुद चला करना

अगर मस्जिद से वाइज़ आ रहे हैं

आँखें खुली हुई हैं तो मंज़र भी आएगा

आज की रात भी गुज़री है मिरी कल की तरह

अमीर क़ज़लबाश Ghazal in Hindi - Read famous अमीर क़ज़लबाश Shayari, Ghazal, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet अमीर क़ज़लबाश. Free Download Best Ghazal, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet अमीर क़ज़लबाश. अमीर क़ज़लबाश Ghazals and Inspirational Nazams for Students.